हम सब को बहुत सी बार भारतीय किसान पर निबंध लिखना होता है। आज के इस लेख को पढ़ने के बाद आप Kisan Par Nibandh आसानी से लिख सकते हो। इस लेख में हमने भारतीय किसान पर निबंध 150 शब्दों में, भारतीय किसान पर निबंध 300 शब्दों में, भारतीय किसान पर निबंध 200 शब्दों में, भारतीय किसान पर निबंध 500 शब्दों में आदि लिखे है। इस लेख के Bhartiya Kisan Par Nibandh को आप बिना समय गवाएं पढ़ना शुरू कर सकते हो।
भारतीय किसान पर निबंध | Bhartiya Kisan Par Nibandh
प्रस्तावना -
किसान हमारे देश की संपत्ति है उनके बिना हमारे जीवन की कल्पना करना असंभव है। किसान हमारे समाज की रीढ़ है वे किसान ही है जो हमें सभी भोजन प्रदान करते हैं जो हम खाते हैं। देश की पूरी आबादी ही किसानों पर निर्भर है।
किसानों की स्थिति -
भारतीय किसान का रहन सहन सीधा सादा होता है। वह छोटे से घर में अपने परिवार के साथ रहता है। वह खेत में कड़ी मेहनत करता है। उसे जीवन उपयोगी वस्तुएं पर्याप्त मात्रा में प्राप्त नहीं होती फिर भी वह संतोष से अपना जीवन बिताता है वह तो प्रकृति के पालने में पलता है। साहस और आत्म सम्मान की उसमें कमी नहीं होती।
किसानों का महत्व -
किसान श्रम सेवा और त्याग की मूर्ति है वह अन्नदाता कहलाता है किसान पूरे देश का पेट भरते हैं। किसानों के बिना हम अपने जीवन को स्वस्थ नहीं रख पाते। वह दिल खोलकर आतिथ्य या दान धर्म करने में कोई कसर नहीं रखता। देश में किसान का महत्व बहुत है
भारतीय अर्थ व्यवस्था में किसानों का योगदान -
किसान भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रेरक शक्ति है। किसान आधुनिक अर्थव्यवस्था में बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था में लगभग 17% योगदान किसानों का होता है। इसके अलावा देश का प्रत्येक नागरिक उनके द्वारा उत्पादित कृषि उत्पादों पर निर्भर है।
किसानों के समक्ष आने वाली समस्याएं -
एक किसान के समक्ष खेती करते समय अनेक समस्याएं आती है जैसे बारिश का असमय बरसना, जलवायु परिवर्तन मिट्टी कटाव, जैव विविधता से नुकसान, अधिक गुणवत्तावाले भोजन की बढ़ती मांग, नई तकनीकों को अपनाना आदि।
किसानों को सरकार और शिक्षा की सहायता -
स्वतंत्रता के बाद हमारे देश में शिक्षा का प्रसार हुआ है। किसान खेती के नए तरीके सीख रहा है। सरकार भी उत्तम बीज रासायनिक खाद और मशीन खरीदने के लिए भरपूर सहायता दे रही है। ग्राम पंचायत के माध्यम से किसानों का जीवन बदल रहा है वित्तीय सहायता भी मिल रही है
निष्कर्ष -
आजादी के बाद हमारा देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है लेकिन अभी भी हमें बहुत कुछ करना है। किसान पूरे देश का पेट भरते हैं लेकिन खुद दो वक्त की रोटी के लिए आज भी संघर्ष कर रहा है। एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हमें किसानों के लिए कुछ करना होगा जब किसान खुशी से झूम उठेंगा तभी हमारे भारत का भाग्य बदलेगा।
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